Science News in Hindi: अगर आपको रात के आसमान में तारों को निहारने का शौक है तो 'टी टौरी' से जरूर परिचित होंगे. T Tauri हमारी आकाशगंगा के सबसे चमकदार युवा तारों में से एक है. यह पृथ्वी से 471 प्रकाश वर्ष दूर वृषभ राशि के तारामंडल में स्थित है. 'टी टौरी' एक प्रोटोस्टार है, ऐसे तारे जो अभी तक पूरी तरह विकसित नहीं हुए हैं और उनकी चमक में अप्रत्याशित रूप से उतार-चढ़ाव हो सकता है. यह तारा दशकों तक हमारी नजर से ओझल हो सकता है, क्योंकि इसके सामने गैस और धूल की एक मोटी, अस्पष्ट डिस्क पहुंच रही है.
T Tauri: स्पेशल ट्रिपल-स्टार सिस्टम
T Tauri एक ट्रिपल स्टार सिस्टम है. इसमें मुख्य तारा T Tauri North है, जिसे हम ऑप्टिकल टेलीस्कोप से देख सकते हैं. इसके साथी तारे, T Tauri South A और B, एक बाइनरी सिस्टम बनाते हैं, जो मुख्य तारे से 100 खगोलीय इकाइयों (लगभग 14.9 बिलियन किलोमीटर) की दूरी पर स्थित हैं. ये साथी तारे एक मोटी, धूल और गैस से बनी डिस्क में छिपे हुए हैं और केवल इन्फ्रारेड लाइट में नजर आते हैं.
T Tauri North का प्रकाश हाल ही में धीमे-धीमे मद्धिम हो रहा है. यह इस बात का संकेत है कि T Tauri South की धूल भरी डिस्क अब T Tauri North के सामने आ रही है. यह घटना T Tauri North को भविष्य में पूरी तरह से 'गायब' कर सकती है.
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...तो नजर ही नहीं आएगा तारा!
स्पेस टेलिस्कोप साइंस इंस्टीट्यूट (STScI) की वैज्ञानिक ट्रेसी बेक ने कहा, 'इस मद्धिमता का असर आने वाले 100 सालों तक दिखाई देगा.' T Tauri South A और B की डिस्क इतनी मोटी है कि यह उनके प्रकाश को 20 मैग्निट्यूड तक घटा देती है. जब यह डिस्क T Tauri North के सामने पूरी तरह आएगी, तो उसका प्रकाश भी पूरी तरह गायब हो सकता है.
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